नमस्कार दोस्तों कैसे है आप सब ....
आज इस पोस्ट में में आपको शरीर से जुडी एक खतरनाक बीमारी के बारे में बताने जा रहा हूँ , जिसके कारण बहुत से लोग प्रेसन है , साथ ही साथ बताऊंगा की वो क्यों हो जाती है , उसके शुरुवाती लक्षण क्या है , और आप उससे कैसे बच सकते है , .....
जी हाँ दोस्तों मे बात कर रहा हूँ , आपके शरीर में बढ़ते हुए यूरिक एसिड के बारे में , जी हाँ दोस्तों यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर के हर जॉइंट में दर्द होना शुरू हो जाता है , कमजोरी महसूस होने लगती है , किसी भी काम को करने की हिम्मत नहीं होती , आप यूँ समझिये की बस थकावट के अलावा आपको कुछ भी दिखाई नहीं देगा और धीरे धीरे आप के जॉइंट्स में और खासकर पेरो के अगले हिस्से में दर्द बढ़ता जाएगा , और आप चलने फिरने में नाकाम हो जाएंगे , तो देखा दोस्तों कितनी खतरनाक है ये बीमारी , ....
तो चलिए दोस्तों अब में आपको बताता हूँ इस बीमारी के कारणों के बारे में की क्यों ये बीमारी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है ,
दोस्तों आज के समय पर कोई भी अपने खाने पिने का ध्यान नहीं रखता , और दूसरी बात ये की मार्किट में मिलने वाली बहुत ही काम चीज़े शरीर के लिए पौष्टिक होती है , मार्किट में मिलने वाली ज्यादातर चीज़े आपको बहुत गहरा नुकसान पहुँचती है ,
अब दोस्तों आपको बताता हूँ की क्यों दिन पर दिन बढ़ती जा रही है यूरिक एसिड की समस्या और क्यों समय से पहले बूढ़े हो रहे नौजवान , दोस्तों इसका सबसे बड़ा कारण है अत्याधिक प्रोटीन , जी हाँ दोस्तों प्रोटीन की मात्रा जब हमारे शरीर में बढ़ने लगती है तो यूरिक एसिड को बढाती है जिसकी वजह से शरीर के हर एक जॉइंट्स में दर्द होने लगता है , और सबसे ज्यादा दर्द आपके पेरो के अगले हिस्से में होता है जिसकी वजह से आप चल फिर नहीं पाते,
अब सवाल ये उठता है की किसमे पाया जाता है अत्याधिक प्रोटीन ,इनमे सबसे पहले आता है दाल, कोई भी बीज वाला फल , अंडा , राजमा, छोले, आदि
आप जब डॉक्टर के पास जाएंगे तो आपको सबसे पहले डॉक्टर इन्ही चीज़ो को छोड़ने की सलाह देगा ,
क्या है यूरिक एसिड
यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो शरीर में तब बनता है जब शरीर प्यूरिन (purine) नामक केमिकल का संसाधन करता है यानि उसको छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है | प्यूरिन केमिकल हमारे शरीर में भी बनते है और कुछ खाद्य पदार्थों में भी पाए जाते है |
“इस क्रिया में बना हुआ यूरिक एसिड रक्त में मिल जाता है और किड्नीस तक पहुँच जाता है | हमारे किड्नीस रक्त से इस केमिकल को छान लेते है और पेशाब द्वारा शरीर से बाहर निकाल देते है” डॉ. खन्ना ने कहाँ |
“परन्तु जब शरीर अधिक से ज़्यादा यूरिक एसिड बनाने लगता है या फिर किड्नीस सही मात्रा में इस केमिकल को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाते है तब रक्त में इसकी मात्रा बढ़ती जाती है जिससे शरीर में फिर परेशानियाँ पैदा हो सकती है | इस स्तिथि को hyperuricemia कहते है |”
यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण:
मोटापा
डायबिटीज़ या मधुमेह जिसे शुगर की बीमारी भी कहते है
अत्याधिक शराब पीना
कमजोर किडनी होने की वजह से भी किडनी सही मात्रा में किडनी यूरिक एसिड को छान कर नहीं निकल पाती
वे खाद्य पदार्थ खाने से जिसमें प्यूरिन की मात्रा अधिक हो जैसे की – चिकन का लीवर, एन्कोवी (नमकीन स्वाद की छोटी मछली, सार्डीन मछली, सूखे बीन्स और मटर, मशरुम
क्यों होता है यूरिक एसिड बढ़ने के कारण दर्द :
एक जाने मने डॉक्टर बताते है की यूरिक एसिड यदि शरीर में बढ़ता जाता है तो उसका गाउट बनने लगती है ( रक्त के साथ क्रिस्टल ) “गाउट एक तरह का कष्टदायक आर्थराइटिस है जो शरीर के जोड़ो में यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के जमने से होता है | यह एक ऐसी बीमारी है जिसमे अचानक से ही शरीर के किसी भी जोड़ पट्टी में दर्द और सूजन हो जाती है | अक्सर ही यह पैर की सबसे बड़ी ऊँगली को आघात पहुंचाता है और उसमे दर्द पैदा करता है |”
प्राकृतिक रूप से यूरिक एसिड की मात्रा कम करने के लिए अपने खान-पान पर ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है |
यूरिक एसिड को कम करने और कंट्रोल करने के घरेलू उपाय
शराब का सेवन करना बिलकुल ही कम कर दें
प्यूरिन से भरे खाद्य पदार्थों से परहेज़ करे जैसे की – लाल मांस, लीवर, समुद्री खाद्य और चिकन के अन्य अंगों का मांस
अपने डाइट में उन खाद्य पदार्थों को अपनाएं जिनमें प्यूरिन कम मात्रा में पाई जाती है जैसे की – निर्मल अनाज, ब्रेड और आटा, दूध, अंडे, हरी सब्ज़ियाँ, फल और पीनट बटर
ज़्यादा पानी पीएं | दिन में कम से कम तीन से चार लीटर पानी पीएं
रोज़ व्यायाम करके अपना वज़न घटाने की कोशिश करे
यूरिक एसिड को कम करने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है मेथी , जी हाँ दोस्तों बाजार से जाकर ५०० ग्राम मेथी ले आइये करीब ४० या ५० रूपये की आएगी ,
रात में एक चमच्च मेथी एक गिलास पानी में भिगो दीजिए और सुबह इस पानी को पि लीजिए और मेथी को खा लीजिए आपको दस दिन में ही असर दिकने लगेगा ,
आज इस पोस्ट में में आपको शरीर से जुडी एक खतरनाक बीमारी के बारे में बताने जा रहा हूँ , जिसके कारण बहुत से लोग प्रेसन है , साथ ही साथ बताऊंगा की वो क्यों हो जाती है , उसके शुरुवाती लक्षण क्या है , और आप उससे कैसे बच सकते है , .....
जी हाँ दोस्तों मे बात कर रहा हूँ , आपके शरीर में बढ़ते हुए यूरिक एसिड के बारे में , जी हाँ दोस्तों यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर के हर जॉइंट में दर्द होना शुरू हो जाता है , कमजोरी महसूस होने लगती है , किसी भी काम को करने की हिम्मत नहीं होती , आप यूँ समझिये की बस थकावट के अलावा आपको कुछ भी दिखाई नहीं देगा और धीरे धीरे आप के जॉइंट्स में और खासकर पेरो के अगले हिस्से में दर्द बढ़ता जाएगा , और आप चलने फिरने में नाकाम हो जाएंगे , तो देखा दोस्तों कितनी खतरनाक है ये बीमारी , ....
तो चलिए दोस्तों अब में आपको बताता हूँ इस बीमारी के कारणों के बारे में की क्यों ये बीमारी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है ,
दोस्तों आज के समय पर कोई भी अपने खाने पिने का ध्यान नहीं रखता , और दूसरी बात ये की मार्किट में मिलने वाली बहुत ही काम चीज़े शरीर के लिए पौष्टिक होती है , मार्किट में मिलने वाली ज्यादातर चीज़े आपको बहुत गहरा नुकसान पहुँचती है ,
अब दोस्तों आपको बताता हूँ की क्यों दिन पर दिन बढ़ती जा रही है यूरिक एसिड की समस्या और क्यों समय से पहले बूढ़े हो रहे नौजवान , दोस्तों इसका सबसे बड़ा कारण है अत्याधिक प्रोटीन , जी हाँ दोस्तों प्रोटीन की मात्रा जब हमारे शरीर में बढ़ने लगती है तो यूरिक एसिड को बढाती है जिसकी वजह से शरीर के हर एक जॉइंट्स में दर्द होने लगता है , और सबसे ज्यादा दर्द आपके पेरो के अगले हिस्से में होता है जिसकी वजह से आप चल फिर नहीं पाते,
अब सवाल ये उठता है की किसमे पाया जाता है अत्याधिक प्रोटीन ,इनमे सबसे पहले आता है दाल, कोई भी बीज वाला फल , अंडा , राजमा, छोले, आदि
आप जब डॉक्टर के पास जाएंगे तो आपको सबसे पहले डॉक्टर इन्ही चीज़ो को छोड़ने की सलाह देगा ,
क्या है यूरिक एसिड
यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो शरीर में तब बनता है जब शरीर प्यूरिन (purine) नामक केमिकल का संसाधन करता है यानि उसको छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है | प्यूरिन केमिकल हमारे शरीर में भी बनते है और कुछ खाद्य पदार्थों में भी पाए जाते है |
“इस क्रिया में बना हुआ यूरिक एसिड रक्त में मिल जाता है और किड्नीस तक पहुँच जाता है | हमारे किड्नीस रक्त से इस केमिकल को छान लेते है और पेशाब द्वारा शरीर से बाहर निकाल देते है” डॉ. खन्ना ने कहाँ |
“परन्तु जब शरीर अधिक से ज़्यादा यूरिक एसिड बनाने लगता है या फिर किड्नीस सही मात्रा में इस केमिकल को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाते है तब रक्त में इसकी मात्रा बढ़ती जाती है जिससे शरीर में फिर परेशानियाँ पैदा हो सकती है | इस स्तिथि को hyperuricemia कहते है |”
यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण:
मोटापा
डायबिटीज़ या मधुमेह जिसे शुगर की बीमारी भी कहते है
अत्याधिक शराब पीना
कमजोर किडनी होने की वजह से भी किडनी सही मात्रा में किडनी यूरिक एसिड को छान कर नहीं निकल पाती
वे खाद्य पदार्थ खाने से जिसमें प्यूरिन की मात्रा अधिक हो जैसे की – चिकन का लीवर, एन्कोवी (नमकीन स्वाद की छोटी मछली, सार्डीन मछली, सूखे बीन्स और मटर, मशरुम
क्यों होता है यूरिक एसिड बढ़ने के कारण दर्द :
एक जाने मने डॉक्टर बताते है की यूरिक एसिड यदि शरीर में बढ़ता जाता है तो उसका गाउट बनने लगती है ( रक्त के साथ क्रिस्टल ) “गाउट एक तरह का कष्टदायक आर्थराइटिस है जो शरीर के जोड़ो में यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के जमने से होता है | यह एक ऐसी बीमारी है जिसमे अचानक से ही शरीर के किसी भी जोड़ पट्टी में दर्द और सूजन हो जाती है | अक्सर ही यह पैर की सबसे बड़ी ऊँगली को आघात पहुंचाता है और उसमे दर्द पैदा करता है |”
प्राकृतिक रूप से यूरिक एसिड की मात्रा कम करने के लिए अपने खान-पान पर ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है |
यूरिक एसिड को कम करने और कंट्रोल करने के घरेलू उपाय
शराब का सेवन करना बिलकुल ही कम कर दें
प्यूरिन से भरे खाद्य पदार्थों से परहेज़ करे जैसे की – लाल मांस, लीवर, समुद्री खाद्य और चिकन के अन्य अंगों का मांस
अपने डाइट में उन खाद्य पदार्थों को अपनाएं जिनमें प्यूरिन कम मात्रा में पाई जाती है जैसे की – निर्मल अनाज, ब्रेड और आटा, दूध, अंडे, हरी सब्ज़ियाँ, फल और पीनट बटर
ज़्यादा पानी पीएं | दिन में कम से कम तीन से चार लीटर पानी पीएं
रोज़ व्यायाम करके अपना वज़न घटाने की कोशिश करे
यूरिक एसिड को कम करने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है मेथी , जी हाँ दोस्तों बाजार से जाकर ५०० ग्राम मेथी ले आइये करीब ४० या ५० रूपये की आएगी ,
रात में एक चमच्च मेथी एक गिलास पानी में भिगो दीजिए और सुबह इस पानी को पि लीजिए और मेथी को खा लीजिए आपको दस दिन में ही असर दिकने लगेगा ,
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