कल और आज
कल - लोग सुबह पूजा पाठ के लिए उठते थे ,
आज - चाय और कॉफी के लिए
कल - लोग सुबह रामायण और गीता पढ़ा करते थे ,
आज - अख़बार
कल - लोग रोटी के लिए मेहनत करते थे
आज - दौलत के लिए
कल - लोग हवन में व्यस्त रहते थे ,
आज - फिल्म और गानो में
कल - औलाद माँ बाप का कहना मानती थी ,
आज - माँ बाप औलाद का कहना मानते है ,
कल - लोग सुबह पूजा पाठ के लिए उठते थे ,
आज - चाय और कॉफी के लिए
कल - लोग सुबह रामायण और गीता पढ़ा करते थे ,
आज - अख़बार
कल - लोग रोटी के लिए मेहनत करते थे
आज - दौलत के लिए
कल - लोग हवन में व्यस्त रहते थे ,
आज - फिल्म और गानो में
कल - औलाद माँ बाप का कहना मानती थी ,
आज - माँ बाप औलाद का कहना मानते है ,
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