सवाल पानी का नहीं प्यास का है
सवाल मोत का नहीं साँस का है
दोस्त तो दुनिया में बहोत है मगर
सवाल दोस्ती का नहीं विश्वास का है ,,
हम हवा के झोके है गुजर जाएंगे
चुपके से दिल में उतर जाएंगे
पाके तुम्हारी दोस्ती ये अहसास हुआ
बिछड़ कर तुमसे मर जाएंगे
कोई नहीं मिला ऐसा जिस पर दुनिया लुटा देते
सबने धोखा दिया किस किस को भुला देते
दिल का दर्द दिल में दबाए रखा है
बयां करते तो महफ़िल को रुला देते ,,
हर चीज़ बिकती है इस दुनिया में
फिर जुदाई क्यों रिश्वत नहीं लेती
मरता नहीं कोई किसी से जुदा होकर
बस ये यादें ही जीने नहीं देती
मनाते मनाते लोग रूठ जाते है
छोटी सी ग़लतफ़हमी से साथ छूठ जाते है
कहते है बड़ा नाजुक है दोस्ती का रिस्ता
इसमें हस्ते हस्ते दिल टूट जाते है ,,
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