उनके चेहरे पर छाया किस कदर नूर है
उनके प्यार में हम रोने को मजबूर है
बेवफा उनको भी नहीं कह सकते
क्योकि प्यार तो हमने किया था वो तो बेकसूर है ,,
तू दूर है मुझसे और पास भी है
मुझे तेरी कमी का अहसास भी है
दोस्तों लाखो है जहां में मेरे
पर तू प्यारा भी है और खास भी है ,,
वफ़ा के नाम से वो अनजान थे
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे
हमने वफ़ा निभानी चाही तो पता लगा
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे ,,
आइना कुछ नहीं नजर का धोखा होता है
नजर वही आता है जो दिल में होता है
जो छोड़ दे किसी के लिए किसी को
ऐसे लोगो से किसी को प्यार क्यों होता है ,,
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