मोम की तरह पिंघलती है जिंदगी
गमो की आग में जलती है जिंदगी
ठोकर लगे तो गम मत करना
ठोकर खाने से ही सुधरती है जिंदगी ,,
खुदा की बन्दागी में खुद को निहाल रखना
हर दुआ में होठो पर कुछ सवाल रखना
दूर होकर भी अगर देना चाहो खुशी मुझे
तो हर पल खुश रहना और अपना ख्याल रखना ,,
हवाओ के साथ एक अरमान भेजा है
रौशनी के जरिये एक पैगाम भेजा है
फुर्सत मिले तो कुबुल कर लेना
इस नाचीज ने आपको रात का सलाम भेजा है ,,
बूंदो से बना एक छोटा सा समंदर
लहरों से भीगती एक छोटी सी बस्ती
चलो ढूंढे बारिस में बचपन की यादें
हाथो में लेकर एक कागज की कस्ती ,,
अभी जिंदगी की एक रात बाकि है
करनी खुदा से कुछ फरियाद बाकि है
मौत भी आएगी तो कह देंगे रुक
अभी एक दोस्त से मुलाकात बाकि है ,,
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