बदल गयी रह लेकिन हम रोये नहीं
दर्द था दिल में पर हम रोये नहीं
कोई नहीं हमारा जो पूछ ले हमसे
जाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोये ही नहीं ,,
ऐ खुदा मुझ पर एक अहसान कर दे
उनके दिल के पुरे हर अरमान कर दे
उनकी खुसियो के लिए चाहिए अगर किसी की जिंदगी
देर न कर मुझे अभी बेजान कर दे
दिन का उजाला हो या रात की ख़ामोशी
आपकी चाहत तनहा हमे होने नहीं देती
खुदा ने दिया हमे आप जैसा दोस्त
बस यही खुसी हमें रत भर सोने नहीं देती
अपनों को अपने जब खो देते है
तन्हाइयो में अक्सर रो देते है
क्यों पलकों पर बिठाये है लोग उनको
जो अक्सर इन पलकों को भीगो देते है ,,
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