प्यार ना दिल से होता है ना दिमाग से होता है
ये प्यार तो इत्तफाक से होता है
पर प्यार करके प्यार ही मिले
ये इत्तफाक किसी किसी के साथ ही होता है ,,
दोस्ती यकीन पर टिकी होती है
ये दिवार बड़ी मुश्किल से खड़ी होती है
कभी फुर्सत मिले तो पढ़ना किताब रिश्तो की
दोस्ती खून के रिश्तो से बड़ी होती है ,,
मजिल दूर और सफर बहुत है
छोटे से इस दिल को फ़िक्र बहुत है
मार डालती कब की ये दुनिया हमें
लेकिन आपकी दुआओ में असर बहुत है
दोस्त दोस्त से खफा नहीं होता
प्यार प्यार से जुदा नहीं होता
भुला देना मेरी कुछ कमियों को
क्योकि इंसान कभी खुदा नहीं होता ,,
उससे करीब से मिलने को दिल चाहता है
कुछ सुनने सुनाने को दिल चाहता है
था उसका मनाने का अंदाज ऐसा की
फिर से रूठ जाने को जी चाहता है ,,
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