हमने जितना चाहा उन्हें अपना बनाना
उन्होंने उतना चाहा हमे सताना
दिल बहलाने के और भी तरिके है
पर शोक था उन्हें तड़पाना ,,
निकलते है आंसू जब मुलाकात नहीं होती
टूट जाता है दिल जब बात नहीं होती
सच कहता हूँ तू न याद आये
ऐसी कोई बात नहीं होती ,,
रिश्ते कुछ यूँ नीभा लो कि
सभी के दिलो से सब गम चुरा लो
अपना इतना असर छोड़ दो किसी पे कि
हर कोई कहे हमे भी अपना लो ,,
मजबूर हम नहीं कि आपको भूल जाए
खिलौना हम नहीं कि यूँ ही टूट जाए
दुआओ से खरीदी है हमने आपकी दोस्ती
दौलत से नहीं कि कोई यूँ ही लूट जाए ,,
तारो के बीच भी कहानी होगी
अंतरिक्ष की दुनिया भी सुहानी होगी
ऐसे ही नहीं है आसमान की सुंदरता
जरूर ये किसी के प्यार की निसानी होगी ,
शाम सूरज को ढलना सिखाती है
शमा परवाने को जलना सिखाती है
गिरने वालो को तकलीफ तो होती है
पर ठोकरे ही है जो इंसान को चलना सिखाती है ,,
दर्द तो हमने इंतज़ार में देखा है
चाहत का असर प्यार में देखा है
लोग ढूंढ़ते है मंदिर मस्जिदों में जिसे
उस खुदा को हमने अपने यार में देखा है ,,
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