तन्हाई के शहर में एक घर बना लिया
इन आंसुओं को अपना मुकद्दर बना लिया
सुना है यहां पत्थरों को पूछते हैं लोग
कि सुना है यहां पत्थरों को पूछते हैं लोग
इसलिए इस दिल को पत्थर बना लिया
तेरी दूरी का दुख हम सह नहीं सकते
भरी महफिल में कुछ कह नहीं सकते
हमारे गिरते आंसू पकड़ कर तो देखो कभी
कि हमारे गिरते आंसू पकड़ कर तो देखो कभी
वो भी कहेंगे अब हम तेरे बिना रह नहीं सकते
सभी को सब कुछ नहीं मिलता
नदी की हर लहर को सागर नहीं मिलता
यह दिल वालों की दुनिया है यहां
की दिल वालों की दुनिया है यहां
दिल मिलता है कोई दिल से नहीं मिलता
चुपके से चांद की रोशनी आपकी हो जाए
धीरे से हवा आपको कुछ कह जाए
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से
कि दिल से जो चाहते हो वह मांग लो खुदा से
ही हम भी दुआ करेंगे कि आपकी दुआ पूरी हो जाए
दिल में आपकी हर बात रहेगी
जगह छोटी है मगर आबाद रहेगी चाहे
हम भुला दे इस जमाने को
कि चाहे हम भुला दें इस जमाने को
पर आपकी प्यारी सी याद हमेशा साथ रहेगी
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