दोस्त दोस्त से खफा नहीं होता
प्यार प्यार से जुदा नहीं होता
भुला देना मेरी कुछ कमियों को
क्योकि हर इंसान खुदा नहीं होता ...
हंसकर देखा रो कर भी देख लिया
पाकर देखा खो कर भी देख लिया
प्यार भी किया और जान भी लिया की
जिंदगी वही जी सकता है जिसने
अकेले जीना सीख लिया .....
जब कभी खुदा आपको रुलाए
आपकी पलकों पर एक आंसू ठहर जाए
संभल कर रखना उसको आँखों की सीप में
क्या पता कल वो खुसिया का एक मोती बन जाए ...
याद आते है वो स्कूल के दिन
ना जाते थे स्कूल दोस्तों के बिन
कैसी थी वो दोस्ती कैसा था वो प्यार
एक दिन की जुदाई से डरते थे जब
आता था शनिवार ....
मुकद्दर में लिखी कोई बात हो तुम
तकदीर की एक सौगात हो तुम
कर के दोस्ती तुमसे ये महसूस हुआ
जैसे सदियों से यु ही मेरे साथ हो तुम ....
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