प्यार करके जो वफ़ा करते है
ऐसे लोग कम मिला करते है
क्यों वो खुद हमसे नहीं कह देते
और लोगो से क्यों गिला करते है ,,
तुमसे रोज मिलने का दिल चाहता है
कुछ सुनने सुनाने का दिल चाहता है
तुम्हारे मनाने का अंदाज ऐसा है कि
फिर से रुठ जाने को जी चाहता है ,,
जिंदगी के मोड़ पर एक ऐसा वक्त आता है
जब इंसान अपने आप को तनहा पता है
वहीं तन्हाईया तो बताती है
की कौन किसका कितना साथ निभाता है ,,
हम इस कदर तुम पे मर मिटेंगे
तुम जहां देखोगे हम ही नजर आएंगे
रखना हर पल इस दिल में हमारी यादें
हमारे प्यार की दास्ताँ दुनिया वाले सुनाएंगे ,,
दिल की बात जो ना आये जुबां पे
वो आँखों के जरिये बयां हो जाती है
हमें जो मोहब्बत है तुमसे
ये पैगाम खुद बा खुद बयां कर जाती है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें