एक गांव में एक बुढ़िया और उसका एक बेटा रहता था। उसने अपने बेटे की शादी बचपन में ही कर दी थी ।परंतु उसकी बहु अपने मायके में ही रहती थी ।कई वर्षों बाद जब उसका बेटा गोपाल बड़ा हो गया तो बुढ़िया ने सोचा कि अब इसकी बहू को मायके से बुला लेती हूं। वह अपने बेटे से बोली कि जा गोपाल बेटा ,अपनी बहू को उसके मायके से गौना करवा कर ले आओ। गोपाल अपनी मां की बात मानकर अपनी ससुराल चल पड़ा । रास्ते में वो एक जंगल से गुजरा।उसने देखा की एक पेड़ के नीचे बिखरे हुए पत्तो में आग लगी हुई है। उसी पेड़ की जड़ में एक बिल था। जिसमे से एक सांप कभी अपना फन बाहर निकाल रहा था कभी अंदर कर रहा था। वो बहुत डरा हुआ था और बाहर नहीं आ पा रहा था क्योंकि उसे डर था कि अगर वह बाहर जाएगा तो वह उस आग में जल जाएगा । जब गोपाल उस पेड़ के पास से गुजरा तो सांप ने पीछे से आवाज लगाई और कहा कि मेरी मदद करो । मुझे इस आग से बचा लो । मुझे बाहर आना है । गोपाल पहले तो डर जाता है क्योंकि उसके मन में होता है कि कहीं सांप उसे काट ना ले । इसीलिए गोपाल बोलता है कि मैं तुम्हें एक ही शर्त पर बाहर निकालूंगा ।अगर तुम मुझे वादा करो कि तुम मुझे नहीं काटोगे। सांप कहता है – तुम कैसी बात कर रहे हो मैं तुम्हे क्यों काटूंगा ? तुम तो मेरी मदद करोंगे। मैं तुम्हे नहीं काटूंगा । गोपाल अपनी लाठी की मदद से सांप को बाहर निकाल देता है और आग भी बुझा देता है । पर जैसे ही सांप बाहर आता है । वह गोपाल से कहता है कि अब मैं तुम्हें डस लूंगा । इस पर गोपाल कहता है कि तुमने मुझसे वादा किया था ? कि तुम मुझे नहीं मारोगे तो सांप हंसते हुए कहता हैं कि यह कलयुग है । यहां पर अच्छाई के बदले बुराई ही मिलती है । तो गोपाल को यह बात समझ नहीं आती और जैसे ही सांप गोपाल को डसने लगता है । गोपाल कहता है , रुको । पहले मुझे तुम अपनी कही हुई बात को सही साबित करके दिखाओ । तो सांप और गोपाल जंगल में अन्दर की ओर निकल जाते हैं। रास्ते में उन्हें एक गाय दिखाई देती है तो गोपाल उस गाय से पूछता है कि क्या यही कलयुग का धर्म है ? यहां पर अच्छाई के बदले सिर्फ बुराई ही मिलती है । तो गाय सर हिलाते हुए कहती है बिल्कुल सही। तो गोपाल पूछता है कि कैसे ? गाय कहती हैं कि अब तुम मुझे ही देख लो ,मैं सबको दूध देती हूं ।और लोग मेरी पूजा भी करते हैं । लेकिन मेरे बूढ़े हो जाने के बाद लोग मुझे कसाई को दे देते हैं । गाय की यह बात सुनकर गोपाल को विश्वास नहीं होता । क्योंकि गाय बिल्कुल सच कह रही होती है । तो सांप कहता है कि तुमने देख लिया कि यहां पर अच्छाई के बदले सिर्फ बुराई ही मिलती है । गोपाल कहता है– रुको । जरा हमें किसी और से भी पूछना चाहिए । तो गोपाल अपने पास खड़े हुए पेड़ से पूछता है कि क्या कलयुग में भलाई का बदला बुराई से दिया जाता है ? पेड़ कहता है बिल्कुल सही। मैं सबको फल देता हूं,लोगों को छाया देता हूं, लोग मेरी लकड़ी का इस्तेमाल भी करते हैं । लेकिन फिर भी लोग मुझे जला देते हैं । तब गोपाल हार मानते हुए कहता हैं कि ठीक है सांप तुम मुझे डस सकते हो । लेकिन मरने से पहले मेरी एक अंतिम इच्छा है मैंने शादी के बाद से अपनी पत्नी को नहीं देखा । क्योंकि हमारी शादी बचपन में ही हो गई थी। मैं उसे वापस लेने के लिए जा रहा था । अगर तुम्हारी इच्छा हो तो क्या मैं मरने से पहले एक बार अपनी बीवी को देख सकता हूं ? तो सांप ने कहा ठीक है । लेकिन तुम उससे कोई बात नहीं करोगे । सिर्फ उसे देख कर ही वापस आ जाओगे ।गोपाल हां कहते हुए अपने बीवी के गांव की ओर चल पड़ता है। अपनी ससुराल जाते ही गोपाल को उसकी पत्नी घर के बाहर झाड़ू लगाती हुई नजर आती है। गोपाल उसको एक झलक देखकर ही वापिस आने लगता है ।तभी उसकी पत्नी उसको देख लेती है और सोचती है कि ये तो मुझे लेने आए थे । तो ये मुझे बिना लिये कैसे जा सकते हैं ?और इनके चेहरे पर यह किस बात की परेशानी थी ? पत्नी सोचती है कि मुझे भी इनके पीछे-पीछे जाना चाहिए । और वह गोपाल का पीछा करने लगती है। जब गोपाल साँप के पास पहुंच जाता है । तो वह कहता है कि मैं मरने के लिए तैयार हूं। जैसे ही सांप गोपाल को डसने लगता है ।उसी समय उसकी पत्नी आकर बीच में खड़ी हो जाती है। अपनी पत्नी को देख कर के गोपाल को विश्वास नहीं होता और सांप कहता है कि गोपाल मैंने तुम्हें मना किया था कि अपनी पत्नी से कुछ मत कहना। पर तुम तो इसे अपने साथ ले आए । इस पर पत्नी बोलती है कि इन्होंने मुझसे कोई बात नहीं की । बल्कि मैं खुद ही इनके पीछे पीछे चली आई। पत्नी पूछती है कि मेरे पति ने ऐसा क्या गुनाह किया है ? जो आप इन्हे मारना चाहते हैं। तो गोपाल पूरी बात अपनी पत्नी को बताता है तो पत्नी थोड़ी देर के लिए सोचती है। और फिर बोलती है कि तुम ऐसा कैसे कर सकते हो ? यह मेरे पति हैं और मैं इनके बिना नहीं रह सकती। अगर तुमने इन्हे ही मार दिया तो मैं अपना जीवन कैसे व्यतीत करूंगी ? इस पर सांप बोलता है कि वह सामने जो पेड़ देख रही हो जाकर उसके सात चक्कर लगाओ और सात चक्कर के बाद तुम मेरे बिल को खोदना, तुम्हें ढेर सारे हीरे और जवाहरात मिलेंगे। जिनके सहारे तुम अपना पूरी जिंदगी आराम से व्यतीत कर सकोगी। तो पत्नी पेड़ के पास जाती है और चक्कर लगाना शुरु कर देती हैं। छ: चक्कर लगाने के बाद जैसे ही पत्नी अपना सातवा चक्कर लगाने लगती है तो वो अपने पति के हाथ से लाठी लेकर सांप पर वार करती है। और साँप के शरीर से खून निकलने लगता है। सांप तड़पते हुए पूछता है कि मैंने तो तुम्हारा भला करना चाहा और तुमने मुझे ही मार डाला । ऐसा क्यों किया तुमने ? तो पत्नी बोली कि ये कलयुग है यहां अच्छाई के बदले सिर्फ बुराई ही मिलती है। साँप तड़पते हुए मर जाता है और गोपाल और उसकी पत्नी वापस घर आ जाते है।
how to avenge evil for good
In a village lived an old lady and her son. She had married her son in her childhood. But her daughter-in-law used to stay in her maternal home. After many years, when her son Gopal grew up, the old lady thought that now I will call her daughter-in-law from the maternal house. She said to her son that go Gopal son, get your daughter-in-law from her maternal home. Gopal obeyed his mother and went to his in-laws' house. On the way he passed through a forest. He saw that the leaves scattered under a tree were on fire. At the root of that tree was a bill. Out of which a snake was sometimes taking out its hood, sometimes it was doing it inside. He was very scared and was not able to come out because he was afraid that if he went out, he would get burnt in that fire. When Gopal passed by that tree, the snake made a sound from behind and said that help me. Save me from this fire I have to come out. Gopal gets scared at first because he has in his mind that the snake may not bite him. That's why Gopal says that I will kick you out on one condition. If you promise me that you will not bite me. The snake says - what are you talking about, why will I bite you? You will help me. I will not cut you Gopal takes out the snake with the help of his stick and also extinguishes the fire. But as soon as the snake comes out. He tells Gopal that now I will bite you. On this Gopal says that you promised me? If you do not kill me, the snake laughs and says that this is Kaliyuga. Here, instead of good, there is evil. So Gopal does not understand this and as soon as the snake starts biting Gopal. Gopal says wait. First of all, show me by proving what you have said right. So Snake and Gopal go inwards into the forest. When he sees a cow on the way, Gopal asks that cow, is this the religion of Kaliyuga? Here, instead of good, there is only evil. So the cow shakes her head and says absolutely right. So Gopal asks how? The cow says that now you only see me, I give milk to everyone. And people also worship me. But after I am old, people give me to the butcher. Gopal could not believe hearing this talk of the cow. Because the cow is telling the truth. So the snake says that you have seen that instead of good, only evil is found here. Gopal says- wait. We should ask someone else. So Gopal asks the tree standing beside him whether in Kaliyuga good is replaced by evil? The tree says absolutely right. I give fruits to everyone, I give shade to people, people also use my wood. But still people burn me. Then Gopal admits defeat and says that it is okay snake, you can bite me. But before I die I have one last wish I haven't seen my wife since marriage. Because we got married in childhood. I was going to take him back. If you wish, can I see my wife once before I die? So the snake said okay. But you won't talk to him. You will come back only after seeing her. Gopal says yes and walks towards his wife's village. On his way to his in-laws' house, Gopal is seen sweeping his wife outside the house. Gopal starts coming back only after seeing a glimpse of him. Then his wife sees him and thinks that he had come to get me. So how can they go without me? And what was the problem on their face? The wife thinks that I should also go after them. And she starts following Gopal. When Gopal reaches the snake. So he says I am ready to die. As soon as the snake starts biting Gopal. At the same time his wife comes and stands in the middle. Seeing his wife, Gopal does not believe and the snake says that Gopal, I told you not to say anything to your wife. But you brought it with you. On this the wife says that she did not talk to me. Rather, I myself went after them. Wife asks what crime has my husband committed? You want to kill them. So Gopal tells the whole thing to his wife, then the wife thinks for a while. And then she says how can you do that? This is my husband and I cannot live without him. If you kill them, how will I live my life? On this the snake says that he should go seven rounds of the tree which he is seeing in front and after seven rounds you dig my burrow, you will find a lot of diamonds and gems. With the help of which you will be able to live your whole life comfortably. So the wife goes to the tree and starts circling. After six rounds, as soon as the wife starts doing her seventh round, she takes a stick from her husband's hand and strikes the snake. And blood starts coming out of the snake's body. The snake asks in agony that I wanted to do good for you and you killed me. why did you do this? So the wife said that this is Kalyug, here instead of good, only evil is found. The snake dies in agony and Gopal and his wife return home.
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