1 , एक दिन पहले भक्ति का संचार हृदय मे कर लीजिए ,
एक दिन पहले कोई गन्दा भोजन नहीं करना
2 , हाथ से किसी भी वृक्ष की कोई पट्टी न टूटे , अगर आप ऐसे कर देते है तो आपकी एकादशी बेकार हो जाती है
3 , एक दिन पहले अपने मुख पर प्रसंसा रखिये
4 , एकादशी का व्रत कर लेने से हमारे सारे दोष समाप्त हो जाते है ,
5 , एकादशी का व्रत भगवन विष्णु को समर्पित होती है , सिर्फ अकेली यही एकादशी है जिसका सम्बन्ध भगवन भोलेनाथ से है , इसी दिन भगवन भोलेनाथ माता पारवती के साथ काशी आये थे और उनका स्वागत , रंग गुलाल से किया गया था ,
6 ,
2 मार्च को 6 बजकर 39 मिनट से शुरू होगी , 3 मार्च को 9 बजकर 12 मिनट तक रहेगी ,
7 , उपाय के लिए , एक बेलपत्र , लाल रंग का गुलाल , मंदिर मे जाकर बेलपत्री पर गुलाल लगाकर , तांबे के लौटे से मन्त्र जप करते हुए भगवन शिव को जल अर्पित कर दे , और उसके बाद इस बेलपत्र को शिवलिंग पर लगा देना ,
एकादशी के उपाय , रंगभरी एकादशी के उपाय -3 MARCH AKADASHI
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