1 . मनोकामना पूर्ति के लिए उपाय : 1 चावल का दाना लेना है , 1 बेलपत्र लेनी है , 1 लौटा जल अपने घर से ले , 1 मिटटी का दीपक ले और गोल बत्ती लगाए , समय होगा या तो प्रदोष काल या फिर रात्रि में आपको जाना है , मंदिर जाकर मंदिर की चौखट पर ये दीपक जलाना , इसके बाद अंदर चले जाना और उत्तर दिशा की और मुख करके खड़े हो जाना इसके बाद अपने दाहिने हाथ में 1 चावल का दाना रखना है और मन ही मन अपनी मनोकामना बोलकर महादेव के शिवलिंग के ऊपर समर्पित कर देना , इसके बाद बेलपत्र को इसी चावल के ऊपर चढ़ाए , और बेलपत्र का डंडी आपके साइड होना चाहिए, इसके बाद आप एक लौटा जल जो लेकर आये है उसे चंद्रमौलि महादेव का नाम लेकर शिवलिंग पर समर्पित करना है , इसके बाद जब ये जल जलधारी से बहकर निचे जा रहा है उसे अपने दाहिने हाथ में लेकर अपनी मनोकामना को kah कर अपने दोनों नेत्रों यानि आँखों पर लगा लेना , अगली पूर्णिमा तक आपकी मनोकामना पूर्ण हो जाएगी ,
2 . रोग मुक्ति के लिए पूर्णिमा का उपाय : पूर्णिमा की रात को ये उपाय karna है , इसके लिए आपको 5 पीपल के पत्ते रख लेने है और खीर बना लेनी है , इस थाली में 5 पत्ते रखिये और इन्ही पत्तो के ऊपर थोड़ी थोड़ी खीर रख देना , और इन्हे छत पर रख देना , ये जगह ऐसी होनी चाहिए जहा से chandrma की पूरी किरणे आपकी थाली पर पड़े , इसे शाम को रख आये और रात के ठीक 12 बजे उठाकर बीमार व्यक्ति चंद्रमौलि भगवान का नाम लेकर उस बीमार व्यक्ति को खिला दीजिए , ऐसा करने से बीमार व्यक्ति जल्दी ही स्वस्थ हो जाएगा ,
3 . मनोकामना पूर्ति के लिए : इस उपाय के लिए आपको गाय का दूध लेना है ध्यान रहे ताम्बे के लौटे में इसे न ले , बाकि स्टील के लौटे में आप ये दूध ले सकते है , इसके बाद आपको 7 चावल के डेन लेने है जिसमे कोई भी खंडित न हो , एक सफेद फूल लेना और इस सफ़ेद फूल को दूध के पात्र में दाल देना इसके बाद पहुंच जाना अपने घर की छत पर जहां से भी आपको चन्द्रमा दिखाई दे , इसके बाद चन्द्रमा को देखते हुवे इन सातों चावल के दानो को चंद्र को देखते हुवे चन्द्रमा की और छिटक देना है , इसके बाद चन्दमौलि भगवन का नाम लेते हुए ये पूरा दूध समर्पित कर देना , हाथ जोड़कर भगवान से अपनी इच्छा बोलते हुए चंद्रमौलि भगवन का नाम लेते रहे ,
पूर्णिमा के दिन मनोकामना पूर्ति और बीमारी को दूर करने के उपाय , Purnima ke upay , Vastu