महाभारत की सबसे अजीब और अनसुनी कहानी , द्रोणाचार्य थे .......baby ? worlds first test tube baby mahabharat

 नमस्कार दोस्तों आज इस पोस्ट मे आपको कुछ बहुत रोचक बताएंगे जो शायद ही आपने सुना हो लेकिन अगर आप इंटरनेट पर इसे search करेंगे तो आपको मिल जाएगा .

दोस्तों test tube baby के बारे मे आपने सुना होगा जिसे ये कहा जाता है की ये एकदम नै technology है लेकिन अगर हम अपने इतिहास पर नजर डालें तो हमारे कुछ महान पूर्वज / योद्धा / गुरु इस technology का इस्तेमाल कर चुके है . वो पहले से ही बिना माता के कोख के बच्चो को जन्म दे चुके है . 

आपको शायद पता होगा लेकिन कुछ लोग अभी भी नहीं जानते की कौरव के 100 पुत्र कैसे थे क्या वो सारे अलग अलग समय पर यानि एक एक साल बाद पैदा हुवे या फिर वो सभी एक साथ पैदा हुए , ये दोनों ही बात सोचने वाली है कोई स्त्री एक साथ 100 पुत्रो को  जन्म कैसे दे सकती है , 

दूसरा क्या कोई स्त्री 100 सालो तक उस स्तिथि मे रह सकती है की वो बच्चो को जन्म दे सके , दोनों ही बातें आज के समय मे असंभव है , लेकिन आपको बता दे की कौरव के 100 पुत्र , यानि दुर्योधन और उसके 99 भाई एक साथ पैदा हुए थे , 

वास्तव मे हुआ यूँ की माता गांधारी को 9 महीने के बाद एक मास का टुकड़ा पैदा हुवा , लेकिन गांधारी को वरदान था की 100 पुत्रो की माता बनो , उसी के चलते ऋषि व्यास ने मास के टुकड़े को 101 हिस्सों मे बांटा और घड़े मे भर कर रख दिया , 9  महीने बाद जब इन घडो को खोला गया तो सभी मे से 1 , 1  नवजात शिशु निकला , सबसे पहले जो घड़ा खोला गया उसमे से जो बच्चा निकला उसका नाम दुर्योधन रखा गया , क्योकि दुर्योधन को सबसे पहले घड़े से बहार निकला गया इसीलिए वो सबसे बड़ा पुत्र कहा गया ,  

इन सभी 101 घडो मे से 100 लड़के था 101 number के घड़े मे से एक लड़की निकली जिसका नाम दुसाला था . तो इस तरह कौरव के सभी 100 पुत्रो को test tube baby कहा जा सकता है , 

इससे अलग इससे भी पहले कौरव के गुरु द्रोणाचार्य भी test tube baby ही थे , इसके पीछे की एक कहानी प्रचलित है की आचार्य द्रोणाचार्य के पिता ऋषि भारद्वाज एक बार कुछ ऋषियों को लेकर गंगा नहाने के लिए गए वहां उन्होंने घृताची नामक अप्सरा स्नान करते देखा ,वो अप्सरा बहुत ही सुन्दर थी जिसे देख ऋषि के मन मे काम वासना जाग उठी , 

उसी समय पर ऋषि के शरीर से कुछ शुक्राणु निकले , ऋषि भारद्वाज ने इन्हे द्रोण नाम के कलश मे रख लिए और कुछ समय पश्चात इस कलश मे से द्रोणाचार्य निकले , इसलिए आज के युग मे कहा जाता है की आचार्य द्रोणाचार्य विश्व के सबसे पहले test tube baby थे . 




Note : यह सभी जानकारी internet से जुटाई गयी है , इसके सच या झूठ होने से लेखक का कोई उत्तरदाई नहीं है .


महाभारत की सबसे अजीब और अनसुनी कहानी , द्रोणाचार्य थे .......baby ?  

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