नमस्कार दोस्तों ,
सभी भगवानो मे सबसे पहले पूजे जाने वाले भगवन गणेश की जय , पाठको भगवान गणेश जोकि सबसे पहले पूजे जाते है , बड़े ही नटखट स्वाभाव के बताए गए है और बहुत ही जल्दी प्रशन्न होने वाले देवता है , अगर आप भगवान गणेश को प्रशन्न कर लेते है तो और किसी को प्रशन्न करने की जरुरत नहीं पड़ेगी , क्योकि इनके साथ सब है , माता लक्ष्मी इनके साथ आती है , भगवान शिव देवो के देव महादेव इनके पिता , रिद्धि सीधी इनकी पत्नी है , माता पारवती इनकी माता है , भगवान विष्णु और ब्रह्मा भी इनके रिस्तेदार माने गए है ,
इस post मे हम आपको गणेश देवता के 11 मन्त्र बता रहे है और साथ ही साथ आपको उनको हिंदी अनुवाद और उसी के साथ साथ उन मंत्रो का महत्व / लाभ बताया गया है ,
भगवान गणेश के 11 महत्वपूर्ण मंत्र, उनके हिंदी अर्थ और उनके लाभ इस प्रकार हैं:
1. ॐ गं गणपतये नमः
अर्थ: गणेश जी को प्रणाम। लाभ: यह मंत्र बाधाओं को दूर करता है और मन में शांति एवं सफलता लाता है।
2. ॐ वक्रतुंडाय हुं
अर्थ: वक्रतुंड (हाथी के मुड़े हुए सूंड वाले) को प्रणाम। लाभ: नकारात्मक ऊर्जाओं और बाधाओं को दूर करता है, मन की स्थिरता देता है।
3. ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ति प्रचोदयात्
अर्थ: एकदंत (एक दांत वाले भगवान) को हम जानें, वक्रतुण्ड (मुढ़े सूंड वाले) का ध्यान करें, वे हमें प्रेरित करें। लाभ: यह मंत्र ध्यान और मन की एकाग्रता में सहायक होता है, जिससे आध्यात्मिक और मानसिक विकास होता है।
4. ॐ श्री गणेशाय नमः
अर्थ: श्री गणेश को नमस्कार। लाभ: यह मंत्र सभी कार्यों की सिद्धि और सफलता में सहायक है, विशेष रूप से किसी नए कार्य की शुरुआत में इसे किया जाता है।
5. ॐ ऊँ नमो सिद्धिविनायकाय सर्वकारजसाधकाय सर्वविघ्नप्रशमनाय सर्वराजवश्यकरणाय श्रीं ॐ स्वाहा
अर्थ: सिद्धि प्रदान करने वाले, सारे कार्यों को सिद्ध करने वाले और सारे विघ्नों को दूर करने वाले गणेश को प्रणाम। लाभ: जीवन के सभी बाधाओं को दूर करने और सफलता प्राप्त करने के लिए यह मंत्र अत्यंत प्रभावी है।
6. ॐ तं तिग्मं धूम्रवर्णं गणपतिं हुम्म फट् स्वाहा
अर्थ: धूम्रवर्ण (धुंए के समान रंग वाले) गणपति को प्रणाम। लाभ: यह मंत्र शक्ति, साहस और आत्मविश्वास बढ़ाता है और नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है।
7. ॐ गणाध्यक्षाय नमः
अर्थ: गणों के अध्यक्ष (नेता) को नमस्कार। लाभ: यह मंत्र समाज और परिवार में आदर और नेतृत्व के गुणों को बढ़ाता है।
8. ॐ गजाननाय नमः
अर्थ: गजानन (हाथी के मुख वाले) को प्रणाम। लाभ: जीवन में स्थिरता, धैर्य और दीर्घायु प्रदान करता है।
9. ॐ विघ्नहर्त्रे नमः
अर्थ: विघ्नों को दूर करने वाले को प्रणाम। लाभ: यह मंत्र सभी प्रकार की बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करने में सहायक है।
10. ॐ सुमुखाय नमः
अर्थ: सुंदर मुख वाले गणेश को प्रणाम। लाभ: सकारात्मकता, सुंदरता और समाज में आकर्षण को बढ़ाता है।
11. ॐ महागणपतये नमः
अर्थ: महान गणपति को प्रणाम। लाभ: यह मंत्र बड़े कार्यों को सफल बनाने और जीवन में उन्नति लाने में सहायक है।
मंत्रों के लाभ:
ये मंत्र साधक की मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाते हैं।
गणेश मंत्रों का जप जीवन में समृद्धि, सुख और शांति लाता है।
विशेषकर, बाधाओं, विघ्नों और कठिनाइयों को दूर करने के लिए ये मंत्र अत्यधिक प्रभावशाली माने जाते हैं।
मन की एकाग्रता, ध्यान और आत्मविश्वास को बढ़ाने में ये मंत्र सहायक होते हैं।
गणेश मंत्रों का नियमित जाप करने से व्यक्ति की आंतरिक शक्ति और बुद्धि का विकास होता है, और जीवन की समस्याओं का सामना करने में सहनशक्ति बढ़ती है।
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