बहुत पहले की बात है विजयनगर नाम का एक राज्य था। वहां के राजा का नाम कृष्णदेव राय थे। वे अपनी प्रजा के लिए एक महान राजा थे। राजा कृष्णदेव के पास बुद्धिमान मंत्रियो की कोई कमी नही थी। पर तेनाली रामा सबसे तेज और बुद्धिमान मंत्री थे। एक दिन राजा कृष्णदेव ने भरी सभा में अपने सभी दरबारियों और उपस्थित लोगों से कहा की मैंने बचपन में सुना था कि स्वर्ग एक ऐसी जगह है जो की बहुत सुन्दर है।क्या कोई मुझे स्वर्ग दिखा सकता है? जब किसी ने कोई जवाब नहीं दिया तो राजा ने तेनाली राम से पूछा कि क्या तुमको भी नहीं पता की स्वर्ग कहां है? तेनाली ने कहा कि महाराज मै आपको स्वर्ग दिखा सकता हूँ लेकिन उसके लिए मुझे 10000 सोने के सिक्के और छह महीने का समय चाहिए। उसकी इस बात पर सभी दरबारी हंसने लगे। राजा ने कहा कि ठीक है तुमने जो माँगा है वह तुमको मिलेगा । यदि तुम छह महीने बाद स्वर्ग दिखाने में असमर्थ रहे तो तुमको सजा मिलेगी। तेनाली राजा की बात पर सहमत हो गया और 10000 सोने के सिक्के लेकर चला गया। इसके बाद छह महीने पुरे हो गए । राजा बड़े गुस्से में थे कि तेनाली अभी तक नहीं आया। लेकिन तभी तेनाली दरबार में पहुंच गया। राजा ने तेनाली से पूछा कि क्या तुमने स्वर्ग ढूँढ लिया है? तेनाली ने कहा , जी महाराज, मैंने स्वर्ग ढूंढ लिया है कल मै आपको स्वर्ग के दर्शन कराऊंगा। अगले दिन राजा अपने कुछ मंत्रियो के साथ तेनाली के साथ चल पड़े। तेनाली राम उनको दूर लेकर गए। कुछ समय बाद एक ऐसी जगह आयी जो कि बहुत शांत और अच्छी थी। तेनाली ने कहा की महाराज आप यहाँ पर कुछ देर आराम कर लीजिये इसके बाद हम आगे स्वर्ग के लिए जायेंगे। राजा ने तेनाली की बात मानकर सेनिकों से कहा कि यहाँ पर मेरे आराम की व्यवस्था की जाये। इसके बाद सेनिको ने राजा के आराम करने के लिए तम्बू बना दिए। राजा ने एक मंत्री से कहा की कितनी अच्छी जगह है कितनी शांत है हरे भरे पेड़, नदी और पक्षियों की आवाज़। पहले किसी ने मुझको इस जगह के बारे में क्यों नहीं बताया। इसके बाद मंत्री ने कहा महाराज वो सब तो ठीक है लेकिन तेनाली ने आपको स्वर्ग दिखाने के लिए कहा था। राजा ने पूछा तेनाली कहां है। कुछ देर के बाद तेनाली आ गया। उसके हाथ में आम थे। तेनाली ने राजा से कहा महाराज आप इन आम को खा लीजिये। राजा ने आम खाये और कहा आम तो बहुत मीठे है। राजा ने कहा तेनाली तुम हमको स्वर्ग के लिए कब लेकर जाओगे। तेनाली ने कहा महाराज यह इतनी सुन्दर और शांत जगह है जहाँ पर हरे भरे पेड़ पौधे है, नदी है, पक्षी है और इन मीठे आम के पेड़ है। यह जगह स्वर्ग से भी अच्छी है। स्वर्ग तो हमने देखा भी नहीं है। राजा तेनाली की बात पर सहमत हो गए और कहा लेकिन तेनाली तुमने उन 10000 सोने के सिक्को का क्या किया।तेनाली ने कहा की महाराज मैंने उनसे बीज और पौधे ख़रीदे है। जो की हम पुरे विजयनगर में लगाकर विजयनगर के सभी लोगों को स्वर्ग का अहसास करा सकते है। इस पर राजा तेनाली रामा से खुश हो गए और उनकी प्रशंसा की।
Where is heaven?
Long ago there was a kingdom named Vijayanagara. The name of the king there was Krishna Deva Raya. He was a great king for his subjects. King Krishnadev had no shortage of wise ministers. But Tenali Rama was the fastest and wisest minister. One day King Krishnadeva told all his courtiers and people present in a packed meeting that I had heard in my childhood that heaven is a place which is very beautiful. Can anyone show me heaven? When no one answered, the king asked Tenali Rama that do you not even know where the heaven is? Tenali said that sir I can show you heaven but for that I need 10000 gold coins and six months time. All the courtiers started laughing at this. The king said that okay you will get what you have asked for. If you are unable to show heaven after six months, you will be punished. Tenali agreed to the king's words and went away with 10000 gold coins. After that six months passed. The king was very angry that Tenali had not come yet. But then Tenali reached the court. The king asked Tenali that have you found heaven? Tenali said, Sir, I have found heaven, tomorrow I will show you heaven. The next day the king along with some of his ministers left with Tenali. Tenali Rama took them away. After some time a place came which was very quiet and nice. Tenali said that you take rest here for some time, after which we will go to heaven. The king obeyed Tenali and told the soldiers that arrangements should be made for my rest here. After this the soldiers made tents for the king to rest. The king told a minister that what a nice place, how quiet is the green trees, the river and the sound of birds. Why didn't anyone tell me about this place before? After this the minister said that all is fine, but Tenali had asked to show you heaven. The king asked where is Tenali. After sometime Tenali came. He had mangoes in his hand. Tenali said to the king, sir, you should eat these mangoes. The king ate mangoes and said that mangoes are very sweet. The king said Tenali, when will you take us to heaven. Tenali said, "Maharaj, this is such a beautiful and peaceful place where there are green trees, plants, rivers, birds and these sweet mango trees. This place is better than heaven. We have not even seen heaven. The king agreed to Tenali's point and said but Tenali what did you do with those 10000 gold coins. Tenali said that Maharaj, I have bought seeds and plants from him. Which we can make all the people of Vijayanagar feel heaven by putting it in the whole of Vijayanagara. On this the king was pleased with Tenali Rama and praised him.